Lalita Tripathi
भारतीय खाना
अपडेट करने की तारीख: 31 जुल॰ 2020
जायकेदार खूशबू, हर स्वाद अलग, मन आत्मा को तृप्त करता भारतीय खाना हर किसी के दिल अजीज है, इस खाने की बात ही अलग है। जानदार मसालों के साथ बना हर पकवान होता है बेहद खास तभी तो भारतीय खाने का है अलग अंदाज़। दुनिया के कोने कोने में होती है भारतीय खाने की तारीफ पे तारीफ। एक स्वाद जो हमेंशा आपको रखता है हेल्दी और करता है आपको तृप्त उस खानपान पर एक नज़र।

Photo Courtesy : Andy Hay
भारतीय भोजन या भारतीय खाना अपने भीतर भारत के सभी क्षेत्र, राज्य के बहुत सारे भोजनों का नाम है। उदाहरण के लिए भारत काफी विविधता लिए हुए है। ठीक उसी तरह भारतीय खान-पान में भी काफी विविधता है। पूरब पश्चिम, उत्तर और दक्षिण भारत का आहार एक दूसरे से बहुत अलग है। भारतीय भोजन पर बहुत सारी चीज़ों का प्रभाव देखने को मिलता है। जैसे उतर भारत में ज्यादातर मुगल प्रभाव देखने को मिलता है। चूंकि हर क्षेत्र का खानपान दूसरे क्षेत्रों से अलग होता है तो जाहिर तौर पर यह भरतीय भोजन को एक निराला व अनोखा रूप देती है। अगर हम बात करें अलग अलग खानों की तो हम ऐसे समझ सकते हैं जैसे पूरन पूरी हो या दाल बाटी, तंदूरी रोटी हो या शाही पुलाव, पंजाबी खाना हो या मारवाड़ी खाना, भारतीय भोजन की अपनी एक खासियत है और इसी वजह से आज दुनिया के सभी बड़े देशों में भारतीय भोजनालय पाये जाते हैं जो काफी लोकप्रिय हैं और विदेशों में बसे भारतीयों की जान तो हैं ही साथ ही विदेशियों को भी संतुष्ट करते आए हैं। विदेशों में ज्यादातर वीकेंड्स या फिर छुट्टियों पर भोजन के लिये लोग भारतीय भोजनालयों में ही जाना अधिक पसंद करते हैं। इसमें कोई दो राय नहीं स्वादिष्ट खाना बनाना एक कला है और यही वजह है कि भारतीय संस्कृति में इसे पाक कला कहा गया है और सबसे बड़ी बात भारतीय भोजन विभिन्न प्रकार की पाक कलाओं का एक स्वादिष्ट संगम है। इसमें पंजाबी खाना, मारवाड़ी खाना, दक्षिण भारतीय खाना, शाकाहारी खाना, मांसाहारी खाना सभी सम्मलित है। अब जब बात करते हैं भारतीय खाने की और हम इसमें ग्रेवी यानी की तरी या करी का जिक्र ना करें तो भारतीय जायकों के साथ बेमानी होगी। तरी करी या ग्रेवी का भारतीय खाने में अपना अलग ही इतिहास है। और सबसे बड़ी बात माना जाता है कि भारतीय करी का इतिहास करीब 5000 साल पुराना है। करी के बारे में हमने बातें कि तो हम आपको बता दें कि करी शब्द तमिल के कैकारी, जिसका अर्थ होता है विभिन्न मसालों के साथ पकाई गई सब्जी, से बना है। ब्रिटिश शासनकाल में कैकारी अंग्रेजों को इतना पसंद आया कि उन्होंने उसे काट-छाँट कर छोटा कर दिया और करी बना दिया। आज तो यूरोपियन देशों में करी इंडियन डिशेस का पर्याय बन गया है। प्राचीन काल में, जब भारत आने के लिये केवल खैबर-दर्रा ही एकमात्र रास्ता हुआ करता था क्योंकि उन दिनों समुद्री मार्ग की खोज भी नहीं हुई थी। उन दिनों में भी यहाँ आने वाले विदेशी व्यापारियों को भारतीय भोजन इतना अधिक पसंद था कि वे इसे पकाने की विधि सीख कर जाया करते थे और भारत के मोतियों के साथ ही साथ भारतीय विश्वप्रसिद्ध गरम मसाला खरीद कर अपने साथ ले जाना कभी भी नहीं भूलते थे। गरम मसाले करी या फिर किसी भी खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए काफी हैं। भारतीय भोजन में बहुत सारे मसाले का उपयोग होता है, जैसे की दालचीनी, काली मिर्च, लौंग, इलायची का प्रयोग होता है। अदरक लहसुन और प्याज का भी प्रयोग होता है, लेकिन जैन धर्म व कुछ ब्राह्मण जड़ यानी की रूट सब्जियों को नहीं खाते। भारतीय खानपान में मौसमी सामग्री का भी प्रयोग होता है। भारतीय खानपान में दालों की अलग ही कहानी रही है भारतीय खाने में अलग -अलग प्रकार के दाल का भी उपयोग होता है जैसे मसूर, तूर, उड़द मूंग दाल इन सभी दालों को बेहद स्वादिष्ट तरीके से पकाया जाता है।चलिए अब बात कर लेते हैं अलग अलग जगहों के खाने की तो सबसे पहले बात करते हैं उत्तर भारत का खाने की। ये खाना भी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। उत्तर भारतीय खाना कश्मीर, पंजाब, उत्तर प्रदेश हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंडजैसे राज्यों को अपने अन्दर लेता है। उत्तर भारतीय भोजन में अवधी व्यंजन बिहारी व्यंजन भोजपुरी व्यंजन कुमाउनी व्यंजन कश्मीर का भोजन मुगलय भोजन पंजाबी व्यंजन और उत्तर प्रदेश के भोजन। उतर भारतीय खाने के बाद बात दक्षिण भारतीय खाने की। दक्षिण भारतीय खाना भारत के द्रविड़ राज्यों के खाने को कहा जाता है। इसमें मुख्यतः तमिल नाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल राज्य गिने जाते है। बात करें प्रसिद्ध पकवान की तो वो है- पेरुगु पुरी, इडली, डोसा, सांभर, पोंगल आदि। यहाँ का प्रमुख भोजन चावल है साथ ही नारियल, इमली, हरी मिर्च का प्रयोग होता है। इसके अलावा पश्चिम भारतीय खाना भी काफी महत्वपूरण होता है इसमें गुजराती, राजस्थानी और मराठी खाना शामिल है। तो इस तरह से भारतीय खाने के लाजवाब स्वाद दुनिया भर में जहां लोगों के दिलों में बसते हैं तो वहीं पर भारतीयों के हाथों में रचे बसे हैं।